आचार्य चतुरसेन एक ऐसे विद्वान् थे जिनका साहित्य क्षेत्र कहानी तथा उपन्यास तक सीमित नहीं था, बल्कि उन्हें चिकित्साशास्त्र एवं रसायनशास्त्र की भी ख़ास समझ थी। उपन्यास का यह अंश इस विशेषता को पूर्णतः स्पष्ट करता जान पड़ता है-
“कीमिया अर्थात् ‘रसायन’, भारत की प्राचीन रहस्यपूर्ण विद्याओं में एक विद्या कीमिया या रसायन भी है। कीमिया केवल प्राचीन भारत की ही विद्या नहीं है अपितु चीन, मिस्र, अरब, रोम, यूनान और योरोप में प्राचीन काल में इस विद्या की गर्मागर्म चर्चा रही है। सच पूछा जाए तो कहना पड़ेगा कि अज्ञानान्धकार में छटपटाते हुए मानव मस्तिष्क के सक्रिय उत्थान का एक मनोरंजक इतिहास कीमियागिरी का इतिहास है।”
-आचार्य चतुरसेन
“कीमिया अर्थात् ‘रसायन’, भारत की प्राचीन रहस्यपूर्ण विद्याओं में एक विद्या कीमिया या रसायन भी है। कीमिया केवल प्राचीन भारत की ही विद्या नहीं है अपितु चीन, मिस्र, अरब, रोम, यूनान और योरोप में प्राचीन काल में इस विद्या की गर्मागर्म चर्चा रही है। सच पूछा जाए तो कहना पड़ेगा कि अज्ञानान्धकार में छटपटाते हुए मानव मस्तिष्क के सक्रिय उत्थान का एक मनोरंजक इतिहास कीमियागिरी का इतिहास है।”
-आचार्य चतुरसेन
لغة الهندية ● شكل EPUB ● ISBN 9789390605262 ● حجم الملف 0.9 MB ● الناشر Prabhakar Prakshan ● نشرت 2019 ● للتحميل 24 الشهور ● دقة EUR ● هوية شخصية 8295872 ● حماية النسخ Adobe DRM
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